छत्तीसगढ़ Raigarh

समाज की आवाज और प्रशासन की बहरी दीवार?...क्या बड़े हादसे का इंतजार?.

by admin on | Dec 2, 2024 05:05 PM

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समाज की आवाज और प्रशासन की बहरी दीवार?...क्या बड़े हादसे का इंतजार?.

जिम्मेदारों का उदासीन रवैया बना राहगीरों के जान का दुश्मन... क्या यातायात सिग्नल और नो-पार्किंग बोर्ड केवल दिखावा...।

समाज की आवाज और प्रशासन की बहरी दीवार?...क्या बड़े हादसे का इंतजार?...

अब जनता को ओपी से उम्मीद... 

"रायगढ़ सवांददाता" 

रायगढ़:- नेशनल हाईवे स्थित कांशीराम चौक का ब्लैक स्पॉट अब शहर के राहगीरों के लिए "डेथ जोन" बन चुका है। भारी वाहनों की बेतरतीब पार्किंग और प्रशासन की लापरवाही ने इस क्षेत्र को हादसों का केंद्र बना दिया है। ट्रांसपोर्टरों की मनमानी और यातायात विभाग की अनदेखी के कारण आए दिन यहां दुर्घटनाएं हो रही हैं। स्थानीय निवासियों और राहगीरों के मुताबिक बड़े हादसों के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी आंख मूंदकर बैठ गए हैं, अधिकारी और किस बड़े हादसे का इंतजार कर रहे है 

ब्लैक स्पॉट पर भारी वाहनों का कब्जा....

चौक पर हर दिन दर्जनों भारी वाहन खड़े रहते हैं। इनमें ओवरलोडेड सीमेंट ट्रक और महिंद्रा गोदाम से जुड़े वाहनों की संख्या अधिक है। खासकर बारिश के मौसम में यह समस्या और गंभीर हो जाती है, जब गोदामों में सामान खाली नहीं हो पाता और ट्रक 2-3 दिन तक सड़क पर खड़े रहते हैं। यह न केवल यातायात बाधित करता है, बल्कि राहगीरों की जान को भी खतरे में डालता है।  

यातायात सिग्नल और नो-पार्किंग बोर्ड केवल दिखावा...

कुछ समय पहले यातायात विभाग ने औपचारिकता पूरी करते हुए नो-पार्किंग बोर्ड लगाए और सिग्नल सिस्टम लगाया था। लेकिन हकीकत यह है कि ये सभी व्यवस्थाएं केवल कागजों तक सीमित हैं। सिग्नल तो लगाए गए, पर उनकी नियमित निगरानी नहीं होती। नतीजा यह है कि ट्रांसपोर्टरों के बेखौफ रवैये के कारण इन सिग्नलों का कोई मतलब नहीं रह गया है।  

प्रशासन की चुप्पी और जनता का आक्रोश.... 

स्थानीय निवासी प्रशासन की अनदेखी से आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि ट्रांसपोर्टरों की मनमानी और प्रशासन की उदासीनता ने इस क्षेत्र को खतरनाक बना दिया है। संस्कार पब्लिक स्कूल के पास से आने-जाने वाले छात्र और राहगीर रोजाना इस समस्या का सामना करते हैं। 

क्या बड़े हादसे का इंतजार?...

सवाल यह है कि आखिर जिम्मेदार कब जागेंगे? क्या प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है? अगर समय रहते इन वाहनों पर सख्ती नहीं की गई, तो इस लापरवाही का नतीजा बेहद खतरनाक हो सकता है। 

सुझाव: क्या होना चाहिए समाधान?.

यातायात पुलिस को इस क्षेत्र की नियमित निगरानी करनी चाहिए। भारी वाहनों की अनियमित पार्किंग पर तुरंत जुर्माना लगाया जाए। ट्रांसपोर्ट कंपनियों के लिए निर्धारित पार्किंग स्थलों की व्यवस्था की जाए। स्थानीय नागरिकों की शिकायतों को प्राथमिकता देकर समाधान निकाला जाए।  

बहरहाल कांशीराम चौक पर बढ़ती दुर्घटनाएं और बार-बार खबर प्रकाशन के बाद भी जिम्मेदारों के मौन रवैया से जनता परेशान है, यातायात की यह समस्या लंबे समय से चली आ रही है, प्रदेश में नई सरकार में रायगढ़ विधायक प्रदेश में वित्त मंत्री का दायित्व निभा रहे है करोड़ों रूपये खर्च कर के रायगढ़ शहर का काया कल्प करने में लगे हुए है लेकिन शहर के कांशीराम चौक में यातायात व्यवस्था शहर में कोढ की तरह हो गया। ऐसे में अब लोगों कि उम्मीद मंत्री जी से है। रायगढ़ के विधायक से लोग कांशीराम चौक के उद्धार की बाट जोह रहे है की कब हमारे विधायक हमें समस्या से निदान दिलाते है।

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