by admin on | Oct 26, 2024 02:54 PM
युवक के मौत पर बलरामपुर में मचा कोहराम....!
छत्तीसगढ़ में पुलिसिंग कार्रवाई पर सवालिया निशान... आखिर करे तो करे क्या पुलिस!
फांसी है या हत्या मामले की हो उच्चस्तरीय हो जांच– पीसीसी चीफ दीपक बैज
मंत्री रामविचार नेताम ने लोगों से की शांति बनाए रखने की अपील, थाना प्रभारी को हटाने के दिए निर्देश...
बलरामपुर थाने में अस्पताल के प्यून ने आखिरकार क्यों लगाई फांसी...?
बलरामपुर एसपी कार्यालय के सामने आक्रोशित लोगों चक्काजाम...मृतक के पिता ने पुलिस पर लगाया मारपीट का आरोप!
"आदित्य गुप्ता"
बलरामपुर :- युवक की पुलिस कस्टडी में मौत के मामले में आक्रोशित भीड़ ने थाने पर जमकर पथराव कर दियाआपको बता दें कि यह मामला रामनुजगंज जिले में एनएचएम के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद बलरामपुर कोतवाली में जमकर बवाल हुआ। इसके बाद बड़ी संख्या में लोगों ने थाने के अंदर जाने का प्रयास किया। रोके जाने पर थाने पर पथराव करते हुए एसडीएम एवं थाने की गाड़ी में पत्थरबाजी की गई। जिस पर पुलिस के द्वारा आंसू गैस के गोले एवं लाठी चार्ज कर प्रदर्शनकारियों को थाने के बाहर खदेड़ा गया। इसके बाद बलरामपुर में तनाव की स्थिति बनी रही। थाने के अंदर बाथरूम में एनएचएम के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी गुरु चंद मंडल (उम्र 30) ने गुरुवार दोपहर गमछा से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसके बाद जैसे ही इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को लगी तो बड़ी संख्या में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी पहुंचे। देखते ही देखते बड़ी संख्या में नगरवासी और परिजन भी पहुंचे। इसके बाद लोगों का आक्रोश बढ़ता गया। थाने के अंदर जाने का प्रयास किया जाने लगा, जिसमें भीड़ ने थाने के बाहर रेलिंग को तोड़ दिया। वहीं थाने के अंदर भी पथराव किया गया। प्रदर्शनकारियों के द्वारा एसडीएम एवं थाने की गाड़ी पर पत्थरबाजी कर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया गया। पुलिस के द्वारा आंसू गैस के गोले एवं लाठी चार्ज कर प्रदर्शनकारियों को थाना के बाहर किया गया। थाने में युवक द्वारा आत्महत्या करने के बाद गुस्साई भीड़ ने थाने में जमकर बवाल मचा दिया। लोगों ने थाने में पथराव करते हुए वहां खड़ी गाड़ियों मेें तोड़फोड़ तक कर दी। हालात को संभालने के लिए पुलिस व प्रशासन के अधिकारी वहां पहुंचे है। जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ गुरूचंद मंडल ने अपनी पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट बलरामपुर थाने में दर्ज कराई थी जिसपर पुलिस द्वारा उसे तीन दिनों से पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा था और वह प्रतिदिन थाने जा भी रहा था आज भी वह अपने पिता के साथ थाने गया था जहां पर उसके द्वारा फांसी लगा लेने की जानकारी पुलिस ने परिजनों को दी वहीं उसके पिता को भी थाने से बाहर नहीं आने दिया। इसपर गुस्साई भीड़ ने थाने में हमला कर दिया और जमकर बवाल किया। लोग मृतक के पिता को छोड़ने की मांग कर रहे थे वहीं पुलिस द्वारा मामले में मजिस्ट्रेट के आने के बाद ही मृतक के पिता को छोड़ने की बात कही जा रही है इसी बात को लेकर वहां तनाव की स्थिति बनी रही। इस घटना के दौरान काफी संख्या में महिलाएं भी थाने पहुंच गई हैं।
मृतक के पिता ने पुलिस पर मारपीट का लगाया आरोप
इस मामले में मृतक गुरु चरण के पिता शांति मंडल ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि बहू के लापता होने के बाद पुलिस वालों के बुलाने पर हम लोग थाने गए थे, जहां हमारे साथ मारपीट की गई है। बेटे को भी मारे हैं और 17 साल के नाती को मारने की भी धमकी दिए है। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने मारपीट का जख्म भी दिखाया।
घटनास्थल देखना चाह रहे थे स्थानीय लोग
घटना की सूचना जैसे ही एनआरएचम में पदस्थ कर्मचारियों तथा चिकित्सकों को हुई, वे तत्काल थाने पहुंच गए। इसके अलावा मृतक के परिजन सहित अन्य लोग भी मौके पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि चिकित्सक व कर्मचारी घटनास्थल की स्थिति को देखकर पूरे मामले को समझना चाह रहे थे कि आखिर किन परिस्थितियों में गुरुचंद की मौत हुई।
फांसी है या हत्या मामले की हो उच्चस्तरीय जांच – पीसीसी चीफ दीपक बैज
बलरामपुर की घटना को लेकर पीसीसी चीफ बैज ने एक बार फिर सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि बलरामपुर में जो घटना हुई है वो बेहद दुर्भाग्यजनक है। छत्तीसगढ़ में लगातार अपराध बढ़ रहा है। छत्तीसगढ़ को मणिपुर बनाने की कोशिश की जा रही है। अभी की घटना लोहारीडीह की घटना की तरह ही है। गुरुचरण की मौत फांसी लगाने से हुई या उसकी हत्या की गई है इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।
कोई भी बड़ा से बड़ा अधिकारी भी दोषी होगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा- मंत्री रामविचार नेताम
मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि कोई भी बड़ा से बड़ा अधिकारी भी दोषी होगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। हमने तत्काल इस बारे में पुलिस अधीक्षक से वहां के कलेक्टर से हमने बात किया है और निर्देश भी दिया है कि जो दोषी थाना प्रभारी है उसे तत्काल उसे निलंबित किया जाए, जिससे कि जांच जो हो वह सही-सही हो सके। मैं पुनः आपसे यही आग्रह करना चाहूंगा कि अभी पीएम रिपोर्ट आने तक आप संयम बना कर रखें, संयम बरतें और किसी भी प्रकार से कानून को अपने हाथ में ना लें, यह सरकार आपकी सरकार है। इस मामले में जो दोषी व्यक्ति कोई भी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।