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बाल मेला - छात्रों के लिए शिक्षा का एक अद्भुत संगम अज़ीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन द्वारा बाल मेला आयोजित

by NewsDesk01 on | Feb 27, 2024 03:50 PM

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 बाल मेला - छात्रों के लिए शिक्षा का एक अद्भुत संगम अज़ीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन द्वारा बाल मेला आयोजित


सकालो संकुल में शैक्षणिक बाल मेला

दिनांक 27 फरवरी 2023 मंगलवार को विकासखंड अम्बिकापुर शिक्षा विभाग व अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन तथा ग्राम पंचयात सकालो के संयुक्त तत्वाधान में बाल मेला का आयोजन पूर्व माध्यमिक शाला सकालो में किया गया। बाल मेला का शुभआरंभ प्राचार्य विनोद गुप्ता, सीएसी विरेश बैरागी सहित संकुल के 23 शिक्षक, 8 प्रधान पाठक व 385 बच्चे सहित 70+ अभिभावक व ग्रामीण शामिल हुए।

संकुल प्राचार्य विनोद गुप्ता ने बताया कि यह मेला छात्रों को उनकी रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने, उनकी सामाजिक साझेदारी को मजबूत करने, और उनके शैक्षिक अनुभव को विस्तारित करने का एक मंच प्रदान करता है। बाल मेले में 10 विभिन्न कॉर्नर द्वारा बच्चे स्वयं कर के अपने अनुभव को दुसरे साथी के साथ अपना ज्ञान वर्धन कर रहें हैं जिससे शिक्षक और बच्चे मिलकर अपनी आस-पास की वस्तुओं और रोज़मर्रा के जीवन के अनुभवों को शामिल करते हुये बहुत कुछ सीखे है जैसे - गणित के मजेदार खेल से बच्चों की तार्किक शक्ति वृद्धि में सहायक होगा, इसी प्रकार किताबों कि दुनिया, मेरे आस-पास की दुनिया (पर्यावरण/सामाजिक विज्ञान), करो-जानो समझो (विज्ञान), भाषा, कागज की दुनिया (आर्ट्स एंड क्राफ्ट, ओरिगामी, मुखौटा, टोपी निर्माण) आदि कोनो से बच्चे अपने शैक्षणिक पाठ्यक्रम को मनोरंजन तरीके से जुड़ कर ज्ञान के साथ-साथ अनुभव प्राप्त करते हैं। जो इनको पठन-पठान मे रुचि लाने तथा सीखने के प्रतिफल में निश्चित ही सूक्ष्म सुधार लाएगा। अज़ीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन के सुजीत कुमार ने बताया कि यह मेला बच्चों को उनकी शैक्षणिक प्रक्रिया को समृद्ध करने, उनकी सोचने की क्षमता को विकसित करने, और उनकी सृजनात्मकता को प्रोत्साहित करने का एक मंच प्रदान करता है। इस उत्सव में, छात्रों ने गणितमय खेल, भाषा कौशल, वैज्ञानिक प्रयोग, सामाजिक विज्ञान के प्रदर्शन, और रंगमंच प्रस्तुतियों में भाग लिया।

प्रधान पाठक रश्मि सैनी ने बताया कि यह बाल मेला सभी के लिए अहम व यादगार रहने वाला शैक्षणिक उत्सव हैं यह छात्रों के लिए कई तरह से फायदेमंद है जैसे आत्मविश्वास विकसित करता है, टीम वर्क को बढ़ावा देना, रचनात्मकता को प्रोत्साहित करता है, स्कूल की मनोवृत्ति को बढ़ाता है, कुल मिलाकर यह बाल मेला छात्रों के लिए एक मजेदार और शैक्षिक अनुभव प्रदान किया। इस सीखने के उत्सव का उद्देश्य के रूप मनाया गया। फाउंडेशन सदस्य पुष्कर ने मेले में विभिन्न कोर्नर के बच्चों सक्रिय करने में व प्रदर्शन को प्रभावी करके सबको प्रेरित किया। सुजीत बताते है की यहां पर शिक्षकों और अभिभावकों के बीच भी एक विचार-विमर्श का मंच बना, जो इनको पठन-पठान मे रुचि लाने तथा सीखने के प्रतिफल में निश्चित ही सूक्ष्म सुधार लाएगा। आलोक ने बताया कि मेले में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, खेल, और शिक्षात्मक गतिविधियों का आयोजन हुआ, साथ ही छात्रों को उनकी रूचि के क्षेत्र में विशेषज्ञ शिक्षक के साथ हैंड्स ऑन एक्टिविटी कर के देखने का भी अवसर मिला।

प्रतिमा शर्मा, सोनिया सिंह, किरण लता कुजूर, मधु तिर्की ने मेले में अपने अपने कोर्नर की प्रस्तुतियाँ और शिक्षात्मक गतिविधियों का आयोजन हुआ, साथ ही छात्रों को उनकी रूचि के क्षेत्र में विशेषज्ञ शिक्षक के साथ हैंड्स ऑन एक्टिविटी कर के देखने का भी अवसर मिला। शिक्षकों ने इस बाल मेला को रुचिकर बनाने तथा विषयवार/थीम कोनो में गतिविधियों को कराने में अहम योगदान व सहभागिता रहा – सीमा अग्रवाल, अनीता भगत, सुजाता जयसवाल, स्वाति सोनी, सरिता भगत तथा फ़ाउंडेशन के सदस्य राजेश, आलोक, पुष्कर व सुजीत ने भी अपनी सक्रिय भूमिका निभाया।

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