by admin on | Jan 13, 2024 12:57 PM
सरगुजा:- राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत आज जिला क्षय उन्मूलन केंद्र अंबिकापुर सरगुजा के सभा कक्ष में टीबी सर्वाइवर को टीबी चैंपियन का प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य क्षय रोगी की देखभाल व शासन की योजनाओं को टीबी चैंपियन के रूप में चिन्हांकित कर प्रचार प्रसार हेतु सहयोग करना। जिससे क्षय उन्मूलन कार्यक्रम को गति दिया जा सके। साथ ही जिला को टीबी मुक्त बनाने में, गांव और पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं हेतु सहयोग प्रदान करना इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य रहा। टीबी चैंपियन के रूप में शासन की योजनाओं में सहयोग हेतु नए टीबी मरीजों की खोज कर जांच, उपचार उपल्ब्ध कराना है। साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ना इत्यादि। कार्यक्रम का संचालन सर्वप्रथम महेंद्र कुमार तिवारी के द्वारा किया गया। जिसमे जिला क्षय अधिकारी डॉक्टर शैलेंद्र गुप्ता पीरामल फाउंडेशन राज्य अधिकारी श्री फैसल रजा खान, जिला कार्यक्रम समन्वयक बनवासी यादव सर जी को पुस्पगुछ देकर स्वागत किया गया।
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए डॉ. शैलेंद्र गुप्ता जी के द्वारा उपस्थित सभी प्रतिभागियों का परिचय सत्र लिया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण के पश्चात् आप समुदाय स्तर पर टीबी चैंपियन के रुप में समाज में विभिन्न प्रकार की क्रू- भ्रांतियों को दुर करने में मदद करेंगे। पीरामल फाउंडेशन राज्य अधिकारी श्री फैजल रजा खान सर जी के द्वारा पीपीटी के माध्यम से टीबी चैंपियन को प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही टीबी बीमारी के संबंध में सभी लोगों को बहुत ही सरल व रोचक तरीके से संवाद कौशल के माध्यम से समझाया गया। साथ ही टीबी के सन्दर्भ में विभिन्न प्रकार के लक्षण, कारण, जांच, उपचार इत्यादि के बारे में जानकारी दिया गया।
श्री श्रवण खूटे सर जी के द्वारा प्रशिक्षण में उपस्थित सभी लोगों से टीबी रोग को लेकर उनके अनुभव पूछे, और कहा कि टीबी रोग से देश को बहुत नुकसान है। क्योंकी ये बीमारी हवा के माध्यम से एक से दुसरे व्यक्ति को फैलती है जो हमारे लिए बहुत ही हानिकारक है।इससे सुरक्षा-हेतु विभिन्न प्रकार के जागरुकता कार्यक्रम व प्रचार प्रसार किया जाता है। साथ ही पोषण की जानकारी भी दी गई। संभावित टीबी मरीजों को नजदीकि स्वास्थ्य केंद्र भेजने और खंखार जांच कराने के बारे में विस्तार से समझाया गया। कार्यक्रम क़ो लेकर उनके कार्य, जिम्मेदारी, व आगे किस तरह से समाज के बीच जाकर अपने अनुभव रखते हुऐ जन जागरूकता का कार्य करने है इन सभी पहलुओं पर भी जानकारी प्रदान की गई। साथ ही कार्यक्रम के आखिरी क्षणों में एनटीईपी डीपीसी बनवासी जी के द्वारा भी सभी क़ो अहम् जानकारियां प्रदान की गई। कार्यक्रम के अंतिम क्षण में सभी प्रतिभागियों क़ो प्रमाण पत्र वितरित किया गया। प्रशिक्षण में 30 टीबी सर्वाइवर का ट्रेंजिन करवाया गया। साथ ही लाइवलीहुड से जोडने हेतु कहा गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सुश्री पीरामल फाउंडेशन सरस्वती विश्वकर्मा, समीक्षा कश्यप, संतोषी दास, मनीष व जिला क्षय नियंत्रण केंद्र के समस्त अधिकारी कर्मचारी गड़ उपस्थित रहे।