by NewsDesk01 on | Jan 23, 2024 06:42 PM
दुल्हा राजा’ में काजल सोनबेर हीरो राज वर्मा के अपोजिट नज़र आएंगी। यह फ़िल्म गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी को रिलीज़ होने जा रही है। काजल कहती हैं- “यह मेरी चौथी फ़िल्म है। इस बार का करैक्टर एकदम अलग हटकर है। ‘दुल्हा राजा’ में काजल बेहद शरारती लड़की की भूमिका में नज़र आएगी।“
फ़िल्म के किरदार को लेकर कुछ बात हो जाए…
ग्लैमरस रोल है। ऐसी लड़की जो मां-बाप को कुछ नहीं समझती। ज़्यादातर ऐसी प्रेम कहानियां आती रही हैं कि लड़की जिस किसी लड़के से प्यार कर रही होती है बाप को वह बर्दाश्त नहीं होता। दुल्हा राजा में पिता (प्रदीप शर्मा) चाहते हैं कि मेरी शादी हीरो (राज वर्मा) से हो जाए। मैं हूं कि हीरो से दूर भागती रहती हूं। आगे चलकर कुछ ऐसा होता है कि मेरे करैक्टर में जबरदस्त परिवर्तन आता है।
छत्तीसगढ़ी सिनेमा में अब लुक चेंज करते रहने पर ज़्यादा ध्यान दिया जाने लगा है। काजल में हम क्या नया देखेंगे…
ये सवाल काफ़ी अच्छा है। मेरी नई हेयर स्टाइल देखने को मिलेगी। बालों को संवारने में दो घंटे से ज़्यादा का समय लग जाता था।
राज वर्मा ‘दुल्हा राजा’ के प्रोड्यूसर, राइटर, डायरेक्टर एवं हीरो चारों हैं, उनके साथ फ़िल्म करने का कैसा अनुभव रहा…
राज जी उम्र में मुझसे थोड़ा बड़े हैं। शुरु में थोड़ी झिझक थी। बाद में समझ आया कि वह फ़िल्म की पूरी यूनिट से दोस्ताना व्यवहार रखने वालों में से हैं। यूनिट के हर सदस्य के साथ उनका व्यवहार दोस्ताना था।
‘दुल्हा राजा’, क्या यह टाइटल किसी हिन्दी फ़िल्म का नहीं लगता…
शुरु में ‘दामाद बाबू’ नाम रखने सोचा गया था। फिर ‘दुल्हे राजा’ पर विचार हुआ। अंतिम निर्णय ‘दुल्हा राजा’ पर हुआ। वैसे भी छत्तीसगढ़ी में ‘दुल्हे’ कम ‘दुल्हा’ ज़्यादा सुनने में आता है।
फ़िल्म में क्या मैसेज है…
फ़िल्म रिलीज़ होने के क़रीब है इसलिए कहानी के बारे में ज़्यादा कुछ कहना ठीक नहीं। इतना ज़रूर बता सकती हूं कि फ़िल्म में दहेज जैसी कुप्रथा पर चोट की गई है। फ़िल्म के सारे गाने ख़ूब सुने और देखे जा रहे हैं। उनका पिक्चराइजेशन ज़ोरदार हुआ है।
किसी भी एक्टर या एक्ट्रेस को अपनी अलग पहचान बनाने कुछ नये की तलाश होती है। काजल को किस तरह के रोल का इंतज़ार है…
दबंग लड़की के रोल में नज़र आना चाहती हूं। किसी फ़िल्म में मुझे फाइट करने का मौका मिला तो मज़ा आ जाएगा। मेरा बस्तर जाना हुआ है। वहां नक्सलवाद के बारे में काफ़ी जानने सुनने को मिला। नक्सली का रोल मिले तो ज़रूर करना चाहूंगी।