by admin on | Oct 26, 2024 03:50 PM
शिक्षक का AUDIO हुआ वायरल: पोस्टिंग में पैसों का निराला खेल…!
पद के लिए पैसे की डील… DMC ने प्रमोशन करवाने के लिए मांगे थे 30000 रुपए..!
पोस्टिंग के नाम पर रिश्वत लेने का आरोप WhatsApp चैट में भी पैसे के लेनदेन का खुलासा….
“आदित्य गुप्ता”
बलरामपुर :- पोस्टिंग के लिए पैसे की डील का एक AUDIO सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। ये आडियो बलरामपुर का बताया जा रहा है। जिसमें संकुल समन्वयक बनने के लिए पैसे के लेने की बात चल रही है। बातचीत का जो आडियो वायरल हुआ है, उसके मुताबिक संकुल समन्वयक बनने के लिए शिक्षक ने 30 हजार रुपये समग्र शिक्षा के डीएमसी को दिया था। जानकारी के मुताबिक समग्र शिक्षा के डीएमसी पर शिक्षक से पैसा लेने का आरोप है। पैसे लेने के 2 साल बाद भी ना तो पोस्टिंग हुई और ना ही पैसे वापस किये गये। हालांकि AUDIO की पुष्टि हम भी करते है ।आरोप के मुताबिक डीएमसी रामप्रकाश जायसवाल पर पैसा लेकर पद देने का आरोप लगा है। डीएमसी और शिक्षक का ऑडियो और व्हाट्सएप चैट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। जानकारी के मुताबिक शिक्षक वाड्रफनगर के मोखाटोला प्रायमरी स्कूल में पदस्थ है। आडियो में डीएमसी की तरफ से पोस्टिंग के लिए अलग-अलग संकुल का आप्शन दिया जा रहा है। हालांकि शिक्षक कहता है कि जिस संकुल के लिए उसने पैसा दिया है, वहीं पर वो पोस्टिंग लेगा, तभी उसके पैसे देने का कोई मतलब है। लोगों का कहना है कि राम प्रकाश जायसवाल जी लम्बे समय से अपनी पहुँच और पैसे के बल पर DMC पोस्ट पर पदस्त हैं। हाई कोर्ट का निर्देश है की शिक्षको की कमी को ध्यान मे रखते हुये व्याख्याता LB को पदस्त शाला मे होना चाहिए । इनका पद मुख्य रूप से व्याख्याता LB है जो काफि कनिष्ठ है जबकि इस पद पर नियम अनुसार वरिष्ठ को होना चाहिए ।
ये मूल रूप से व्यख्यता LB हैं और इनकी मुख्य पद स्थापना सरगुजा जिले मे हाईयर सेकेंडरी स्कूल लूंड्रा में है। व्यख्यता LB के पदोन्नति के तुरंत बाद अपने पहुँच और पैसे के बल पर नियमों को ताक पर रखते हुये ये बलरामपुर जिले मे DMC के पद पर 6 साल से जमे हुये हैं ।जबकि नियमों के अनुसार DMC के पद पर प्रचार्य अथवा वरिष्ठ व्यख्यता को पदस्त होना चाहिए । DMC पोस्ट पर पदस्थ जयसवाल जी बलरामपुर में 2018 से पदस्त हैं, इतने लम्बे समय पूर्व में भी इन पर पैसा लेकर काम करने के आरोप लग चुके है। पूर्व मे इनपर आत्म रक्षा प्रशिक्षण के नाम पर भी कमीशन लेने का आरोप लग चुका है जिसमे भी इनकी सौदे की आडिओ वायरल हुई थी। सूत्रों के हवाले से खबर है की कांग्रेस शासन काल मे इनकी पहुच शिक्षा मंत्री तक भी थी तभी ये भ्र्ष्टाचार के बड़े आरोपों और नियम विरुद्ध तरीके से पद पर बने हुये है। इनके शिक्षा विभाग मे DMC के पद पर नियम विरुद्ध पदस्त होने से वरिष्ठ प्रचार्य और व्यख्यता काफि क्षुब्ध हैं। सूत्रों के हवाले से खबर है की ये स्कूलों से संस्था की कैश बुक संस्था प्रभारी के ऊपर दबाव बना कर ले आते हैं और कैस बुक वापस देने के नाम पर पैसे की मांग करते हैं। मुख्य खबर है कि Audio और whatsapp chat viral होने के बाद मामला जब प्रकाश में आया है तो DMC रामप्रकाश जायसवाल घबरा कर शाला मोखाटोला में पदस्त शिक्षक जिनसे पैसा लिया था उन्हें पैसा वापस करने तक की बात कर दी है इससे रामप्रकाश जायसवाल की घबराहट का अंदाजा लगाया जा सकता है इससे स्पष्ट होता है कि मामला बहुत गंभीर और संवेदनशील है। हमारी टीम द्वारा जिले के शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया गया किंतु किसी कारणवश उन्होंने कॉल उठाना मुनासिफ नहीं समझा।